कोलकाता : भारत की आज़ादी की 79वीं वर्षगांठ के शुभ अवसर पर समर्पण ट्रस्ट एवं अंतर्राष्ट्रीय मारवाड़ी सम्मेलन (अमास) के संयुक्त तत्वावधान में एक भव्य और गरिमामयी स्वाधीनता दिवस समारोह का आयोजन किया गया। यह आयोजन न केवल ध्वजारोहण की एक परंपरा थी, बल्कि राष्ट्र के प्रति कर्तव्यबोध, श्रद्धा और प्रतिबद्धता का जीवंत संकल्प भी था।
कार्यक्रम की शुरुआत अमास व ट्रस्ट के सभापति एवं पूर्व विधायक श्री दिनेश बजाज द्वारा ध्वजारोहण के साथ हुई। जैसे ही तिरंगा लहराया, पूरा वातावरण राष्ट्रप्रेम की भावना से अभिभूत हो गया। श्री बजाज ने उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए कहा, “आज हम आज़ादी की 79वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। यह दिन केवल उत्सव नहीं, बल्कि आत्ममंथन और संकल्प का दिन है — एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा का व्रत लेने का अवसर है। हर भारतीय को चाहिए कि वह अपने कर्म, विचार और व्यवहार से राष्ट्र की मजबूती में योगदान दे।”
इस अवसर पर वीर रस की ओजस्वी कविताओं से वातावरण को प्रज्वलित करने के लिए विशेष आमंत्रित अतिथि के रूप में देश-विदेश में प्रसिद्ध कवि योगेन्द्र शर्मा तथा राष्ट्रचेतना की तेजस्वी प्रतिनिधि राष्ट्रपुत्री समीक्षा सिंह की उपस्थिति समारोह की गरिमा को और ऊँचाई प्रदान कर गई।
कार्यक्रम में ट्रस्ट के महासचिव श्री प्रदीप ढेडिया ने कहा, “स्वाधीनता केवल एक राजनीतिक उपलब्धि नहीं, यह एक आध्यात्मिक उत्तरदायित्व है। हमें न केवल आज़ादी को याद करना है, बल्कि उसकी आत्मा को जीवित भी रखना है — और यही उद्देश्य इस आयोजन के केंद्र में रहा।” इस स्वाधीनता दिवस पर समर्पण ट्रस्ट और अमास ने यह सिद्ध कर दिया कि कविता, संस्कृति और जनभागीदारी के माध्यम से भी राष्ट्र की सेवा की जा सकती है — और उसे स्मरण व संकल्प के साथ आगे बढ़ाया जा सकता है।
कोलकाता स्थित ट्रस्ट एवं अमास के प्रबंधन कार्यालय परिसर में आयोजित इस गरिमामयी समारोह में समाज के अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे। प्रमुख रूप से भगवती प्रसाद सराफ, अशोक ढेडिया, सुशील तुलस्यान, पंकज भालोटिया, मनीष बजाज, कृष्णा कुमार भरतिया, पंकज अग्रवाल, राजीव जयसवाल, धर्मेंद्र जयस्वाल, हरी सोनी, अमन ढेडिया, गणेश दस जोशी, तथा अनिल सिंह सहित अनेक नागरिकों ने सहभागिता कर इस राष्ट्रीय पर्व को श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया।