अपोलो मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल्स कोलकाता की भारत में पहली व्यापक 5G-कनेक्टेड एम्बुलेंस सेवा

◆ आने वाले समय में एम्बुलेंस की संख्या 200 तक पहुँचाने की योजना

◆ 5G तकनीक अस्पताल ले जाते वक्त एम्बुलेंस में जरूरी देखभाल प्रदान करती है।

कोलकाता : अपोलो मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल्स कोलकाता ने भारत में पहली बार व्यापक रूप से कनेक्टेड 5G एम्बुलेंस लेकर आया है। यह एंबुलेंस जो स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच के नियमों बदल देगी और आपातकालीन स्थितियों में जीवन बचाएगी। कस्टम-डिजाइन, नवीनतम चिकित्सा उपकरणों से लैस अत्याधुनिक 5G-कनेक्टेड एम्बुलेंस, रोगी निगरानी अनुप्रयोगों और टेलीमेट्री उपकरणों से लैस है जो रोगी के स्वास्थ्य डेटा को नजदीकी अस्पताल में भेजते हैं। इसके अलावा यह अल्ट्रा-फास्ट और लो-लेटेंसी 5G नेटवर्क से जुड़े ऑनबोर्ड कैमरों से भी लैस है। इंटीग्रेटेड कनेक्टेड केयर टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन जो कि अपोलो हॉस्पिटल्स के सहयोगी हेल्थनेट ग्लोबल लिमिटेड द्वारा प्रदान किया गया है।

जब एक गंभीर रोगी अस्पताल के रास्ते में होता है तो उसका हर सेकेंड कीमती होता है। तो 5G से जुड़ा एम्बुलेंस आपातकालीन कक्ष के विस्तार के रूप में कार्य करता है और निम्नलिखित को सक्षम बनाता है:

• हमेशा अस्पताल से जुड़ा रहता है: हाई-स्पीड, लो-लेटेंसी 5G नेटवर्क एंबुलेंस की जियो-लोकेशन को अस्पताल के कमांड सेंटर से जोड़ता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि गोल्डन ऑवर को बचाने के लिए निकटतम एम्बुलेंस उस गंभीर रोगी तक पहुंच जाए। इसके अलावा एम्बुलेंस अस्पताल में डॉक्टरों और विशेषज्ञों को लगभग सही समय में रोगी के संपूर्ण टेलीमेट्री डेटा को प्रसारित करती है, जिसमें विटल्स (जीवन के लिए आवश्यक अंग) भी शामिल हैं। यह ईआर (आपातकालीन कक्ष) के डॉक्टरों को जल्द निर्णय लेने की अनुमति देता है और एम्बुलेंस में पैरामेडिक्स (चिकित्सा सहायोगी) को सलाह देता है कि चलते समय आवश्यक सहायता प्रदान करें। यह अस्पताल के कर्मचारियों को रोगी के आने पर बेहतर प्रबंधन करने और कीमती समय बचाने के लिए भी तैयार करता है।

• ईआर (आपातकालीन कक्ष) विशेषज्ञ डॉक्टरों को वर्चुअल रूप से एम्बुलेंस तक पहुँचाता है: लगभग वास्तविक समय (रियल टाइम) में कैमरा फीड उपलब्ध होने के साथ यदि आवश्यक है तो एम्बुलेंस में डॉक्टर और चिकित्सा सहयोगी अस्पताल में ईआर विशेषज्ञ डॉक्टरों के साथ सहयोग करने के लिए कैमरों का उपयोग कर सकते हैं, जो शुरुआती इलाज करने के लिए उन्नत तकनीकों से लैस है। डॉक्टर इलाज को पूरा करने और कीमती जीवन बचाने के लिए सहायक चिकित्सक को सलाह दे सकते हैं।

इस अवसर पर उपस्थित डॉ. के हरि प्रसाद, प्रेसिडेंट-हॉस्पिटल्स डिवीजन, अपोलो हॉस्पिटल्स एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने कहा कि ”अपोलो हॉस्पिटल्स ने हमेशा अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच प्रदान करने का प्रयास किया है। गंभीर रूप से बीमार और घायलों तक तत्काल पहुंच प्रदान करने के लिए 5G से जुड़ी एंबुलेंस उन्नत तकनीक का उपयोग करती है। यह उस स्थान से उन्नत देखभाल को सक्षम बनाता है जहां रोगी अस्पताल और आपातकालीन कक्ष की यात्रा के बीच होता है। यह वास्तव में एक अग्रणी पहल है और कीमती जीवन बचाने में एक महत्वपूर्ण उपकरण साबित होगा।”

इस संबंध में राणा दासगुप्ता, सीईओ-ईस्टर्न रीजन, अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप ने कहा कि “हमेशा आधुनिक स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की अपनी परंपरा को बनाए रखते हुए हम गंभीर रोगियों के जीवन को बचाने और रोगियों के लाभ के लिए गोल्डन आवर का उपयोग करने के लिए 5G-कनेक्टेड एम्बुलेंस लाए हैं। एम्बुलेंस सुपर-फास्ट स्ट्रीमिंग के कारण वास्तविक समय (रियल टाइम) की छवियां और डेटा प्रदान करेगी। वहीं 5G तकनीक के कारण छवि की स्पष्टता भी बहुत अधिक होगी। अब इलाज तब शुरू हो जाएगा जब मरीज अस्पताल के रास्ते में होगा।”

इस अवसर पर उपस्थित डॉ. सुरिंदर सिंह भाटिया, डायरेक्टर मेडिकल सर्विस, अपोलो हॉस्पिटल्स, कोलकाता ने कहा कि “‘गोल्डन आवर’ की अहमियत सभी जानते हैं और इसका मतलब एक आपात स्थिति में गंभीर रूप से बीमार या ट्रॉमा के मरीजों के लिए जीवन और मृत्यु के बीच का अंतर होता है। गोल्डन ऑवर एंबुलेंस में सुविधाओं और अस्पताल की दूरी से प्रभावित होता है। अध्ययनों से पता चलता है कि अस्पताल की लंबी यात्रा मृत्यु दर के बढ़ते जोखिम से जुड़ी है। सीधी रेखा में 10 किमी की वृद्धि मृत्यु दर में लगभग 1% पूर्ण वृद्धि के साथ जुड़ी हुई है। पूर्व-अस्पताल प्रबंधन के बजाय हम कह सकते हैं कि 5G से जुड़ी एम्बुलेंस यानी पहियों पर चलने वाला अस्पताल जो रोगी तक जल्द इलाज शुरू करने के लिए पहुंचता है। इन जानकारियों ने ही हमें 5G-कनेक्टेड एंबुलेंस लाने के लिए प्रेरित किया ताकि बाधा रहित, जल्द से जल्द कनेक्टिविटी का उपयोग किया जा सके।”

डॉ. अरिजीत बोस, सीनियर कंसल्टेंट और हेड डिपार्टमेंट ऑफ इमरजेंसी मेडिसिन, अपोलो मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल्स, कोलकाता ने कहा कि “सुपर-फास्ट स्ट्रीमिंग और 5G से जुड़ी एंबुलेंस की छवि की स्पष्टता से हमें कई लोगों की जान बचाने में मदद मिलेगी क्योंकि एम्बुलेंस में ही ट्रांजिट चरण (रास्ते) में भी समय पर उपचार शुरू किया जा सकता है। जरूरत पड़ने पर दवा के साथ-साथ एंबुलेंस में ही इंटरवेंशन और इंटुबैषेण भी किया जा सकता है।”

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