‘Open Book Exam’ पद्धति से परीक्षा ले शिक्षा विभाग : वेबकूपा

कोलकाता : राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में अब मंथन का शुरू हो चुका है कि कोरोना परिस्थिति में ऑनलाइन या ऑफलाइन किस पद्धति से फाइनल सेमेस्टर की परीक्षाएं ली जाए। इस संबंध में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सलाह दी है कि जितना कम में संभव हो केवल उतना ही करके ऑफलाइन पद्धति से ही परीक्षा ली जाए। हालांकि उन्होंने शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी से शुक्रवार को कहा है कि अगले 3 दिनों के अंदर विश्वविद्यालयों के उपाचार्यों और शिक्षाविदों से बात करके वे परीक्षा के संबंध में सारी जानकारी विद्यार्थियों को दे दें। इस संबंध में West Bengal College & University Professors’ Association (वेबकूपा) की अध्यक्ष कृष्णकली बसु ने कहा कि यदि शिक्षा विभाग उनसे सलाह मांगता है कि तो वह ऑनलाइन ‘Open Book Exam’ की सलाह देंगी। उन्होंने कहा कि हम राज्य सरकार को सलाह देंगे कि वे इस पद्धति से परीक्षा लेने के बारे में यूजीसी से बात करें। आमतौर पर  ‘Open Book Exam’ पद्धति से पश्चिमी देशों में परीक्षाएं ली जाती हैं। इससे पहले दिल्ली विश्वविद्यालय में कम अंकों की एक परीक्षा के इस पद्धति को अपनाया गया था। करीब 1 दशक पहले शिवपुर इंजीनियरिंग कॉलेज (तत्कालिन बेसू) में कम अंकों की एक परीक्षा के लिए इस पद्धति को अपनाया जा चुका है।

‘Open Book Exam’

‘Open Book Exam’ पद्धति में ग्रामांचलों में जहां इंटरनेट की सेवाएं कम उपलब्ध हैं, ऐसे इलाकों में किसी एक स्थान पर इंटरनेट का कनेक्शन देकर उसे ऑनलाइन परीक्षा का केन्द्र बना दिया जाता है। वहां इलाके के सभी विद्यार्थियों को एक साथ बुलाकर परीक्षा ली जाती है। परीक्षार्थी भी किताबें खोलकर ही सवालों के जवाब लिख सकते हैं। इंटरनेट कनेक्शन का खर्च राज्य सरकार को उठाना पड़ेगा।

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